भारतीय सड़कों पर ड्राइविंग के लिए आपको यातायात नियमों का पालन करना होता है। ट्रैफ़िक अधिकारियों द्वरा यदि आपको नियम तोड़ने, उनका उल्लंघन करने पर पकड़ लिया जाता है तो आप परेशानी में पड़ सकते हैं। सड़क के दाईं ओर ड्राइविंग, ट्रैफिक लाइट का पालन करना, गाड़ी गति सीमा बनाए रखना, वाहन चलाने के लिए वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना आदि यातायात कानून के ऐसे बुनियादी नियम हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है। हालांकि, कानूनी नियम समय के साथ बदलते रहते हैं। वे बदलते समाज के अनुकूल बदलते हैं। यातायात कानूनों में आये नए बदलावों का ही उदाहरण लें। अब से कुछ समय पहले, आपके लिए ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक की हार्ड कॉपी साथ रखना अनिवार्य था, जबकि नए कानूनों ने इस नियम को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। क्या आप जानते हैं कि वो नया बदला क्या है?
नये नियम
आईटी अधिनियम 2000 और मोटर वाहन अधिनियम, 1988 में किए गए सबसे ताज़ा संशोधनों के अनुसार, वाहन मालिकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक की डिजिटल सॉफ्ट कॉपी पर्याप्त होगी। सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसके बारे में लोगों को सूचित किया है कि गाड़ी चलाते समय ड्राइवर ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक की सॉफ्ट कॉपी साथ रख सकते हैं और यातायात पुलिस द्वारा मांगे जाने पर वे इन सॉफ्ट कॉपी को अधिकारियों को प्रस्तुत कर सकते हैं। डिजिटल कॉपी अब आपके वास्तविक लाइसेंस और आरसी बुक के बराबर मानी जाएंगी।
नये नियम किस तरह काम करेंगे
वाहन मालिक अपने डिजीलाकर्स में ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक की सॉफ्ट कॉपी स्टोर कर सकते हैं। प्रत्येक डिजीलॉकर का एक विशेष यूज़र आईडी और पासवर्ड होता है जिसके माध्यम से लॉकर में स्टोर किये गए दस्तावेजों को देखा जा सकता है। डिजीलॉकर को स्मार्टफोन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। यदि लाइसेंस और आरसी बुक को ट्रैफ़िक अधिकारियों को प्रस्तुत करना आवश्यक है, तो ड्राइवर अपने स्मार्टफ़ोन से अपना डिजीलॉकर एकाउंट खोल सकता है और ट्रैफ़िक अधिकारियों को ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक की सॉफ्ट कॉपी दिखा सकता है जो कि पूरी तरह स्वीकार्य होगी। हालांकि, सिर्फ लाइसेंस और आरसी बुक की स्कैन की गई कॉपी को इस योग्य नहीं माना जाएगा। डिजीलॉकर में सॉफ्ट कॉपी के मूल दस्तावेज होने ज़रूरी हैं।
डिजीलॉकर क्या है?
डिजीलॉकर एक मोबाइल एप्लिकेशन है जो केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च और नियंत्रित किया जाता है। यह एक क्लाउड-आधारित ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जो महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को इकट्ठा रखने, शेयर और सत्यापित (वेरीफाई) करने के लिए बनाया गया है। एप्लिकेशन को स्मार्टफ़ोन में आसानी से डाउनलोड कर रखा जा सकता है। डिजीलॉकर वास्तविक दस्तावेजों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता को समाप्त करता है और इसे भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए डिजिटल इंडिया मूवमेंट की महत्वपूर्ण पहल के रूप में शुरू किया गया है। हर व्यक्ति डिजीलॉकर का एक व्यक्तिगत खाता बना सकता है और फिर अपने दस्तावेजों को उसमें अपलोड कर रख सकता है। साथ ही आवश्यक पड़ने पर दस्तावेजों को ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकता है। इसलिए, डिजीलॉकर दस्तावेजों के लिए एक ऑनलाइन स्टोरेज़ एकाउंट है।
नये नियम के फ़ायदे
सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा जो नया नियम पारित किया गया है, वह वाहन मालिकों के साथ-साथ ड्राइवरों को भी कई तरह के लाभ प्रदान करेगा। नये नियम के लाभ कुछ इस प्रकार हैं –
- आसानी से पहुँच
इसके द्वारा लाइसेंस और आरसी बुक तक पहुंचना ड्राइवर के लिए आसान हो जाएगा। जैसा कि स्मार्टफ़ोन लगभग हर किसी के पास उपलब्ध हैं, आप यातायात अधिकारीयों के मांगने पर आसानी से अपना लाइसेंस और आरसी बुक उपलब्ध करा सकते हैं। आपको बस अपने डिजीलॉकर खाते में लॉग इन करना होगा और दस्तावेजों दिखाने होंगे। ड्राइविंग के समय वास्तविक दस्तावेजों को साथ न रखने वाली भूल और उसके एवज़ में मिलने वाले दंड की अब कोई संभावना नहीं होगी। डिजिटल कॉपी का उपयोग करना आसान है और हर समय आपके कागजात आपके पास उपलब्ध रहेंगे।
- दस्तावेजों के नुकसान की संभावना
जब आपके दस्तावेज़ ऑनलाइन संग्रहीत किए जाते हैं, तो दस्तावेज़ के खोने की कोई संभावना नहीं होती है। दस्तावेज़ सुरक्षित रूप से ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर एक साथ इकट्ठे रखे जाते हैं। आप दस्तावेजों को ऑनलाइन या किसी भी स्मार्टफ़ोन से एक्सेस कर सकते हैं बशर्ते आपके पास अपना यूज़र आईडी और पासवर्ड हो। तो, दस्तावेज सुरक्षित हैं।
- धोखाधड़ी की कम संभावना
दस्तावेज़ से जुड़ी किसी धोखाधड़ी या अन्य फर्जीवाड़े की संभावना स्वतः समाप्त हो जाती है क्योंकि मूल दस्तावेज़ डिजीलॉकर में सुरक्षित तरीके से स्टोर होते हैं।
- सुनिश्चित हुई दस्तावेजों की प्रामाणिकता
डिजीलॉकर में स्टोर दस्तावेज प्रामाणिक (वेरीफाईड) और असली हैं। डिजीलॉकर दस्तावेजों की यह प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है जिसके कारण अधिकारियों द्वारा ऐसे दस्तावेजों को स्वीकार किया जाता है।
- दस्तावेजों को नुकसान की रोकथाम
जैसा कि दस्तावेजों को ऑनलाइन स्टोर किया जाता है, उन्हें क्षतिग्रस्त या गंदे होने से भी रोका जाता है।
इसलिए, नए नियमों ने ड्राइविंग के समय ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक को साथ रखने के नियम के बोझ को कम कर दिया है। नए नियम के लाभों का आनंद लें, अपना डिजीलॉकर एकाउंट ज़रूर खोलें और अपने ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक को उसमें ज़रूर स्टोर करें।