वर्तमान समय में दवाइयों के दाम इतने अधिक हो गए है कि अब समाज के कमजोर वर्ग के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाना लगभग असंभव होता जा रहा है। जैसा की सबको पता है कि भारत की जनता का एक बड़ा हिस्सा न्यूनतम आय स्तर के वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है, ऐसी स्थिति में सरकार ने इस वर्ग के लिए राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को शुरू करने का निश्चय किया है। इस निश्चय ने आयुष्मान भारत स्कीम को जन्म दिया जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) का नाम दिया गया। सितंबर 2018 में शुरू की गई इस योजना का तेज़ी से सम्पूर्ण भारत में प्रचार व प्रसार किया गया। इस योजना में मुफ्त स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा देने के साथ ही अनेक लोगों के मन में यह सवाल आ सकता है कि क्या इस योजना का आपके व्यवसाय पर कोई प्रभाव पड़ेगा? आइये देखें कि क्या ऐसा हो सकता है-
आयुष्मान भारत स्कीम क्या है?
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कम आय वर्ग के व्यक्तियों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा दी जाती है। इस योजना के द्वारा अस्पताल में भर्ती होने और गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने पर प्रति परिवार को 5 लाख रुपए तक के खर्चे की सुरक्षा की जाती है।
इस योजना में किसे सुरक्षा दी जाती है?
इस योजना में केवल “गरीब व निम्न आय वर्ग के व्यक्ति को शामिल किया गया है। इस वर्ग की परिभाषा ग्रामीण विकास मंत्रालय के सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के अंतर्गत दी गई है जिसे 2015 तक अध्यतन किया गया है”। सरकार ने इसके अंतर्गत लगभग 10.74 करोड़ परिवारों की पहचान की है और इन परिवारों के लगभग 50 करोड़ सदस्यों की पहचान की गई है जिन्हें इस योजना का सीधा लाभ होने वाला है। पहचान किए गए परिवार के सभी सदस्यों को अस्थायी आधार पर सुरक्षा दी जाएगी।
यह योजना किस प्रकार कार्य करेगी?
इस योजना का भुगतान केन्द्रीय व राज्य सरकार के द्वारा किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत पहचान किए गए परिवारों को एक विशेष कोड लिखा पत्र भेजा गया है। अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में परिवार का सदस्य आरोग्य मित्र के रूप में कार्यरत कर्मचारी के पास अस्पताल में जाकर मिल सकता है। आरोग्य मित्र उस लाभार्थी के दावों के भुगतान में मदद करेगा। क्यू आर कोड लिखित पत्र का मिलान आरोग्य मित्र के पास उपलब्ध योजना के डेटाबेस से किया जाएगा। लाभार्थी को अपनी पहचान का भी प्रमाण देना होगा। लाभार्थी की पहचान उसके द्वारा दिये गए पहचान प्रमाण पत्र व क्यू आर कोड के द्वारा मिलान हो जाने के बाद लाभार्थी को गोल्ड हैल्थ कार्ड जारी कर दिया जाएगा। इस कॉर्ड की मदद से लाभार्थी को अस्पताल में कैशलैस इलाज करवाने में मदद मिलेगी। इस खर्च को राज्य सरकार व केन्द्रीय सरकार के बीच 60:40 अनुपात के रूप में बंटवारा किया जाएगा।
क्या आयुष्मान भारत स्कीम का आपके बीमा व्यवसाय पर कोई प्रभाव पड़ेगा?
आयुष्मान स्कीम भारतीय समाज के निम्न आय व कमजोर वर्ग के लिए हैं जो अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं को प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं। इस योजना में कुछ पहचान किए गए परिवारों के सदस्यों को ही शामिल किया गया है। इस प्रकार इस योजना का प्रभाव उस किसी भी व्यक्ति को नहीं होगा जिसका संबंध आपके व्यवसाय से है, जब तक वह इस योजना के लिए पहचान किए गए परिवार से संबन्धित न हो। यह योजना वास्तव में समाज के निम्नतम स्तर के परिवारों के लिए है और इस सामाजिक स्तर के लोग किसी भी प्रकार से आपके बीमा व्यवसाय के लिए जोखिम उत्पन्न नहीं कर सकते हैं। इस प्रकार समाज का यह वर्ग आपके बीमा व्यवसाय का उपभोक्ता नहीं हो सकता है जब तक इस वर्ग से आपका कोई अन्य उपभोक्ता न हो।
यदि आपका कोई ग्राहक इस योजना के बारे में नहीं जानता है और उन्हें लगता है कि वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं तब आप उन्हें इस बारे में बता सकते हैं। यहाँ बताई गई जानकारी के आधार पर आप भी इस योजना के बारे में भली-भांति जानते हैं।
आयुष्मान योजना वास्तव में भारत सरकार के द्वारा समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए शुरू की गई है। आपके लिए इस योजना की जानकारी होना इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आप समाज के कमजोर वर्ग के हितों की रक्षा हेतु आप उन्हें इसकी जानकारी प्रदान कर सकते हैं।