जब बात निवेश की आती है, तो निवेशकों की पसंद काफ़ी निराश करने वाली होती है। इसके विकल्प तो अनेकों हैं जो विभिन्न तरह के निवेश की अपेक्षाओं को पूरा करते हैं जो निवेशकों के पास हैं। सबसे लोकप्रिय निवेश के विकल्पों में निवेशक अक्सर एलआईसी, एसआईपी और म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर भ्रम की स्थिति में होते हैं। क्या आप भी अपने ग्राहकों को इन तीनों में सर्वश्रेष्ठ विकल्पों के चयन को लेकर भ्रम में पाते हैं?
एलआईसी (LIC), एसआईपी (SIP) और म्यूचुअल फंड में अंतर
सबसे पहले, एलआईसी एसआईपी और म्यूचुअल फंड निवेश से पूरी तरह से अलग निवेश है। एलआईसी, मूल रूप से, जीवन इंश्योरेंस पॉलिसियों में निवेश कर रहा है। जब जीवन इंश्योरेंस की बात आती है, तो कोई समानांतर निवेश नहीं हो सकता है जो जीवन इंश्योरेंस पॉलिसियों द्वारा प्रदान किए गए लाभ देता है। लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियों के महत्व को निम्नलिखित पॉइंट्स के द्वारा समझा जा सकता है –
- टर्म इंश्योरेंस प्लान घर के मुखिया की असामयिक मृत्यु के मामले में परिवार के लिए एक पर्याप्त वित्तीय कोष (फाईनेंशियल फंड) बनाने में मदद करते हैं
- चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान सुरक्षा प्रदान करता है कि भले ही माता-पिता आसपास न हों, बच्चे के भविष्य के लिए वित्तीय कोष (प्लान फाईनेंशियल फंड) बनाया जाएगा
- पेंशन प्लान एक व्यक्ति के सेवानिवृत्त (रिटायरमेंट प्लान) है जो वार्षिक भुगतान के द्वारा सुरक्षित सेवानिवृत्ति रिटायरमेंट का प्लान बनाता है
इसलिए, इंश्योरेंस प्लान लोगों को फाईनेंशियल इमरजेंसी का सामना करने के लिए वित्तीय सुरक्षा (फाईनेंशियल सिक्योरिटी) देते हैं। इसके अलावा ऐसे कौन से अन्य निवेश हैं?
इसके अलावा, यदि आपके ग्राहक इंश्योरेंस कवर के साथ रिटर्न की तलाश कर रहे हैं, तो उनके लिए दो प्रकार के प्लान हैं जो इस तरह की आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। य़े हैं –
- इंडोमेंट प्लान जो मैच्युरीटी या डेथ पर गारंटेड राशि देते हैं। इस प्रकार, ये प्लान निश्चित आय के रास्ते की तलाश करने वालों के लिए सबसे उपयुक्त हैं
- यूनिट-लिंक्ड प्लान जो इंश्योरेंस कवरेज और मार्केट लिंक्ड रिटर्न के लाभ को जोड़ती हैं। इसलिए, ये प्लान उन निवेशकों के लिए हैं जो अपने निवेश में जोखिम लेकर पैसा कमाना चाहते हैं।
इंश्योरेंस के महत्व को देखते हुए इसके निवेश को किसी अन्य तरीके के निवेश से तौला नहीं जा सकता है। फाईनेंशियल प्लान बनाते समय, आपके ग्राहकों को पहले फाईनेंशियल सिक्योरिटी का लाभ उठाने के लिए लाइफ इंश्योरेंस में निवेश करना चाहिए और फिर रिटर्न जेनरेट करने और धन कमाने के लिए अन्य विकल्प तलाशने चाहिए।
एसआईपी (SIP) और म्यूचुअल फंड – कौन सा बेहतर है?
एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश का एक तरीका है। यदि आपके ग्राहक नियमित मासिक निवेश (रेगुलर मंथली इन्वेस्टमेंट) के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो वे एसआईपी के माध्यम से निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं। एसआईपी हर महीने एक चुने हुए म्यूचुअल फंड में एक निश्चित राशि का निवेश करती हैं। तो, मूल रूप से, एक एसआईपी और म्यूचुअल फंड के बीच कोई अंतर नहीं है। जबकि म्यूचुअल फंड निवेश के लिए एक फंड है, जबकि एसआईपी निवेश का एक तरीका है। एक म्यूचुअल फंड में मासिक निवेश (मंथली इन्वेस्टमेंट) के माध्यम से एसआईपी या एकमुश्त (वन टाइम इन्वेस्टमेंट) निवेश कर सकते हैं। हालांकि, एसआईपी निवेश बेहतर हैं क्योंकि –
- वे कम से कम रूपये 500 प्रति माह जितने सस्ते हैं
- वे सिस्टमेटिक तरीके से लोगों को छोटी मात्रा में बचत करने की अनुमति देते हैं
- वे इन्वेस्टर्स को रुपये की लागत का औसत लाभ देते हैं और निवेशकों को शेयर बाजार के झंझटों से मुक्त कर दिया जाता है
- प्रत्येक माह के निवेश पर मिलने वाला लाभ, लंबी अवधि में पर्याप्त धनराशि का जमा कर देता हैं।
हालांकि, म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले, निवेशक को उपलब्ध म्यूचुअल फंड के प्रकार को समझना चाहिए। बाज़ार में विभिन्न प्रकार के (इक्विटी ओरिएंटेड फंड और डेट ओरिएंटेड फंड) म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं। इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड वे हैं जो इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड इंस्ट्रूमेंट्स में अपने पोर्टफोलियो का कम से कम 65% निवेश करते हैं। इसलिए, वे बाजार में उतार-चढ़ाव से प्रभावित रहते हैं, साथ ही ये फंड उच्च जोखिम उठाते हैं और आकर्षक रिटर्न भी देते हैं। दूसरी ओर डेट-ओरिएंटेड फंड्स, फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं। इसलिए, वे कम जोखिम उठाते हैं, इसलिए, बाजार की अस्थिरता से प्रभावित नहीं होते हैं और कम रिटर्न देते हैं।
एलआईसी (LIC), एसआईपी (SIP) और म्यूचुअल फंड – बॉटम लाइन
जब आपके ग्राहक आपसे सलाह देने के लिए कहेंगे कि कौन सा म्यूचुअल फंड बेहतर है, तो एक बात निश्चित है। लाइफ इंश्योरेंस प्लान में निवेश करके फाईनेंशियल सिक्योरिटी के लिए उन्हें पहले सलाह दें, और फिर वे अपने निवेश इन्वेस्टमेंट का प्लान बना सकते हैं। एक बार जब उनके पास फाईनेंशियल सिक्योरिटी होती है, तो वे अपने जोखिम की गणना के आधार पर विभिन्न म्यूचुअल फंड प्लान में इन्वेस्टमेंट का प्लान बना सकते हैं। यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान को भी एक उपयुक्त माना जा सकता है क्योंकि वे निवेश के साथ इंश्योरेंस प्रदान करते हैं जैसे कि म्यूचुअल फंड। हालांकि, वे म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो एसआईपी सबसे अच्छा विकल्प है। वे हर महीने निवेश करने के लिए सस्ती राशि का चयन कर सकते हैं और लगातार अच्छी राशि जमा कर सकते हैं। इसलिए, फाईनेंशियल सिक्योरिटी और फिर निवेश आदर्श तरीका होना चाहिए।