आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री अरोग्य योजना 2018 में शुरू की गई थी और तब से यह योजना समाज के पिछड़े वर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक रही है। इस योजना के द्वारा रु 5 लाख तक की स्वास्थ्य सेवा मुफ़्त में प्रदान की जाती है। योजना सूची में शामिल अस्पताल पिछड़े वर्गों के लोगों को कैशलेस ट्रीटमेंट प्रदान करते हैं जिसका प्रीमियम सरकार द्वारा चुकाया जाता है।
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प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) योजना के कवरेज के तहत सभी प्रकार की दूसरें दर्ज़े की और ज़्यादातर तरह की तीसरे दर्ज़े के ट्रीटमेंट और देखभाल की अनुमति है। इस योजना में 1354 पैकेज शामिल हैं जिसमें पॉलिसी होल्डर को प्रदान किए गए विभिन्न ट्रीटमेंट शामिल हैं। इन उपचारों में केंद्र सरकार द्वारा पैकेज की कीमतें निर्धारित है और ये सभी कीमतें केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना की कीमतों की तुलना में 15% या 20% कम हैं।
हालांकि PMJAY योजना के तहत पैकेज की कीमतों को तय किया गया है, लेकिन ये कीमतें कम और असंतोषजनक हैं। जो लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा (क्वालिटी हेल्थ सर्विस) प्रदान नहीं करती हैं इसलिए, लगभग 1300 उपचारों की पैकेज की कीमतों की समीक्षा की जा रही है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लंबे समय से पैकेज की कीमतों में वृद्धि की मांग कर रहा है। इस मांग और बढ़ती चिकित्सा लागतों (मेडिकल एक्स्पेंसेस) को देखते हुए, पैकेज की कीमतों की समीक्षा की जा रही है।
समीक्षा कैसे की जा रही है?
पैकेज की कीमतों की समीक्षा के लिए सरकार ने समितियों की स्थापना की जिसमें पूरे भारत के प्रमुख डॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा, इस कमेटी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पीजीआई चंडीगढ़ सहित प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के अन्य चिकित्सा विशेषज्ञ (मेडिकल स्पेशलिस्ट) भी शामिल हैं। यह समिति कीमतों की स्थिरता की समीक्षा करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि योजना में कवर किए गए लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा (क्वालिटी हेल्थ सर्विस) उपलब्ध कराई जाए।
यह पॉलिसी होल्डर को कैसे प्रभावित करेगा?
पैकेज दरों की कीमत में बदलाव से इंश्योर्ड लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। प्रीमियम बढ़ सकता है लेकिन प्रीमियम का भुगतान भारत सरकार चुकाएगी। इसलिए, लोगों को समीक्षा के किसी भी वित्तीय निहितार्थ (फाइनेंशियल चेंजेस) के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
जहाँ तक स्वास्थ्य सुविधाओं की बात है, तो इंश्योर्ड लोगों पर इसका सकारात्मक प्रभाव ही पड़ेगा। जैसे-जैसे पैकेज की दरें बढ़ेंगी, स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। इसलिए, लोग अपनी बीमारियों के लिए बेहतर ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, इस योजना के तहत अस्पतालों को और अधिक प्रेरित किया जाएगा क्योंकि पैकेज की कीमतों में वृद्धि होगी। इससे देश में इस योजना से जुड़ने वाले अस्पतालों के नेटवर्क में वृद्धि होगी, जिससे इंश्योर्ड लोगों के लिए किसी भी सुविधाजनक अस्पताल में कैशलेस ट्रीटमेंट करना आसान हो जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना उन लोगों के लिए वरदान है जो अपने दम पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा (क्वालिटी हेल्थ सर्विस) प्राप्त नहीं कर सकते। यह योजना परिवर्तनशील है और समय-समय पर बदलाव के लिए तैयार है। नए बदलाव के अनुसार पैकेज की कीमतों में परिवर्तन अभी भी चल रहा है। एक बार जब बदलाव होता है, तो पॉलिसी होल्डर एवं ट्रीटमेंट करने करने वाले लोगों दोनों के लिए यह योजना बेहतर होगी।