बीमा एजेंट बनने का कोर्स
यदि कोई व्यक्ति विशेष बीमा एजेंट बनना चाहता है, तो उसको भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा निर्धारित इंश्योरेंस एजेंट कोर्स से गुज़रना होता है। कोर्स विस्तार से बीमा के सिद्धांत को समझाता है और एजेंट्स को इंश्योरेंस की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हैं। इस सर्टिफिकेट कोर्स को एजेंट्स द्वारा समझा जाना होता है, क्योंकि उनको एजेंट्स एग्ज़ाम देना होता है जो कि इस कोर्स पर आधारित होता है। परीक्षा उतीर्ण करने के पश्चात ही व्यक्ति को इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने का लाइसेंस मिलता है।
कोर्स की अध्ययन सामग्री
सर्टिफिकेट कोर्स एक पुस्तक जो IC-38 के नाम से जानी जाती है, में निहित है। हर वो व्यक्ति जो जीवन या सामान्य बीमा एजेंट बनना चाहता है उसे इस पुस्तकअध्ययन करना होता है। कोर्स के महत्वपूर्ण विषयों में निम्नलिखित सामग्री शामिल है-
- बीमा का विचार एवं कार्यप्रणाली – बीमा क्या है, यह कैसे काम करता है, बीमा क्यों ज़रूरी है इत्यादि विषय की चर्चा यहाँ पर हुई है।
- बीमा के सिद्धांत- यह विषय उन अनूठे सिद्धांतों की बात करता है जिसको आधार बनाके व्यक्तियों को बीमा दिया जाता है।
- बीमा प्लाँस के प्रकार- इसका सरोकार बाज़ार में उपलब्ध भिन्न प्रकार के जीवन बीमा प्लांस से है।
- क्लेम्स- एक जीवन बीमा पॉलिसी में जितने तरह के क्लेम्स हो सकते हैं एवं उनको सेट्ल कैसे करना है उनकी चर्चा यहाँ हुई है।
- अंडर राइटिंग- इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी आवंटित करने के पूर्व ख़तरे का आंकलन कैसे करती है यह बात इस विषय के अंतर्गत वर्णित है।
- व्यावसायिक बीमा बाज़ार-यहाँ पर बीमा बज़ार की संरचना और एजेंट्स कैसे अपने व्यापार को चला सकते हैं उस बात की चर्चा है।
- कार्य की नैतिकता- यह विषय उन क़ानूनों को विस्तार से समझाता है जो इंश्योरेंस एजेंट्स और इंश्योरेंस कंपनियों के द्वारा किए जाने वाले काम की नैतिकता को दर्शाते हैं।
- शिकायत निवारण- एक बहुत महत्त्वपूर्ण विषय, यह विषय उन प्रक्रियाओं को रेखांकित करता है जिसके माध्यम से पॉलिसी धारक बीमा कंपनी के समक्ष अपनी शिकायतों को साझा करके उसका निवारण करते हैं।
सैंपल प्रश्न
सामान्य बीमा परीक्षा-
निम्न में से कौन सा जोखिम हस्तांतरण का तरीका है?
- बैंक FD
- इंश्योरेंस
- ईक्विटी शेयर्स
- रियल एस्टेट
ग्राहक संबंध प्रबंधन में पहला प्रभाव किससे उत्पन्न होता है:
- आत्मविश्वासी होने से
- समय पर होने से
- दिलचस्पी दिखाने से
- समय पर जाने से, दिलचस्पी दिखाने से और आत्मविश्वास दिखाने से
इनमें से कौन सा कारक, व्यक्ति विशेष की रुग्णता को प्रभावित नही करता ?
- लिंग
- पति या पत्नी के पेशे से
- आदतें
- निवास स्थान
क्षतिपूर्ति के सिद्धांत के अनुसार, बीमकृत को मुआवज़ा दिया जाता है-
- सम इन्षुर्ड तक हुए वास्तविक नुकसान पर
- सम इन्षुर्ड बिना वास्तविक खर्चे के अनुमान के अनुसार
- दोनो पक्षों के बीच तय हुई निर्धारित रकम
- वास्तविक क्षति बिना सम इन्षुर्ड के देखे हुए
निम्न में से किस परिस्थिति में, डोमिसिलारी हॉस्पिटलाइजेशन, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी केअंतर्गत कवर होता है?
- मरीज़ की हालत ऐसी है की उनको अस्पताल/ नर्सिंग होम में स्थनांतरित किया जा सकता है, परंतु उसको तरहीज नही दी जा रही।
- मरीज़ को अस्पताल/ नर्सिंग होम में आवासीय चिकित्सा सुविधा की कमी के चलते स्थानांतरित नही किया जा सकता
- इलाज सिर्फ़ अस्पताल/ नर्सिंग होम में ही हो सकता है
- हॉस्पिटलाइजेशन की अवधि 24 घंटे से अधिक है
जीवन बीमा एग्ज़ेम्स-
निम्न में से किसकी वेरियबल जीवन बीमा खरीदने की संभावना सबसे ज़्यादा है?
- लोग जो फिक्स्ड रिटर्न चाहते हैं
- लोग जो जोखिम उठाना नहीं चाहते और ईक्विटी में निवेश करने से बचते हैं
- जानकार लोग जो ईक्विटी से वाक़िफ़ हैं
- सामान्यतया कम उम्र के लोग
निम्नलिखित में से कौन सी हानियाँ, कीमैन इंश्योरेंस के तहत कवर्ड होती हैं?
- संपत्ति की चोरी
- मुख्य आदमी के लंबे समय तक काम ना कर पाने की वजह से होने वाला नुकसान
- जनरल लाइयबिलिटी
- चूक और त्रुटियों से होने वाली क्षति
निम्नलिखित में से कौन सा कारक, जीवन बीमा प्रीमियम को निर्धारित नही करता ?
- मृत्युदर
- रीबेट
- रिज़र्व्स
- प्रबंधन के ख़र्च
_________ काल के दौरान, यदि पॉलिसी होल्डर ने कोई ऐसी पॉलिसी खरीदी जिससे वे नही चाहते, तो वे उसको वापस करके अपना प्रीमियम का पैसा वापस ले सकते हैं?
- मुफ़्त मूल्यांकन
- फ्रीलुक
- कैंसिलेशन
- फ्री ट्रायल
पॉलिसी लैप्स्ट कब मानी जाती है?
- यदि प्रीमियम का भुगतान निर्धारित तिथि पर नहीं हुआ है
- यदि प्रीमियम का भुगतान निर्धारित तिथि के पहले नहीं हुआ है
- यदि प्रीमियम का भुगतान ग्रेस अवधि के दौरान भी नही हुआ है
- यदि पॉलिसी सरेंडर कर दी गयी है
IRDAI एग्ज़ाम
व्यक्ति की सर्टिफिकेशन कोर्स में हुई ट्रैनिंग के बाद, उसे एक इम्तेहान, जो भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा निर्धारित है, देनी होता है। यदि वह उसमें कम से कम 40% अंक अर्जित करता है, तो वह इंश्योरेंस एजेंट का लाइसेंस प्राप्त कर बीमा पॉलिसी बेच सकता है।
मिंटप्रो का विकल्प
मिंटप्रो एक ऑनलाइन प्लैटफॉर्म है जो व्यक्तियों का अपने प्लैटफॉर्म पर नामांकन करके उन्हें POSP (पॉइंट-ऑफ-सेल-पर्सन) बनने का विकल्प देता है। एक पॉइंट-ऑफ-सेल-पर्सन (POSP) एक तरह का एजेंट भी होता है जो विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों की जीवन और गैर-जीवन बीमा पॉलिसियों को बेच सकता है।
POSP (पॉइंट-ऑफ-सेल-पर्सन) बनने का सर्टिफिकेशन कोर्स सरल एवं कम अवधि का होता है । ऐसा कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष की आयु से बड़ा है एवं कक्षा दसवीं उतीर्ण हो, इस सर्टिफिकेशन कोर्स के लिए नामांकन कर सकता है।
यह कोर्स ऑनलाइन वीडियोज़ और ट्यूटोरियल्स के माध्यम से पढ़ाया जाता है जिसे की उम्मीदवार अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के ज़रिए अपने घर या दफ़्तर के सुविधामय परिवेश में देख सकते है। कोर्स में निम्न बातों की जानकारी दी जाती है-
- इंश्योरेंस का सिद्धांत एवं काम करने का तरीका
- भारत का इंश्योरेंस मार्केट
- बीमा का वर्गीकरण
- स्वास्थ्य और निजी दुर्घटना इंश्योरेंस
- बीमा हेतु अपेक्षित दस्तावेज़
- प्रीमियम्स
- क्लेम्स
- पॉलिसी धारकों के हितों की रक्षा
- शिकायत निवारण के तंत्र
- AMLएवं KYC के दिशानिर्देश
- POSP के द्वारा करने या ना-करने योग्य बातें
आप सैंपल वीडियो यहाँ देख सकते हैं
ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स के समापन के पश्चात, एक ऑनलाइन एग्ज़ाम होता है। यदि व्यक्ति न्यूनतम 40% पाकर एग्ज़ाम उतीर्ण करता है, तो वह मिंटप्रो के साथ POSP (पॉइंट-ऑफ-सेल-पर्सन) बन सकता है।
तो यदि आपको एजेंट्स के लिए कोई जटिलस र्टिफिकेशन कोर्स नही करना, तो आप मिंटप्रो को जॉइन करें, ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स लें और POSP (पॉइंट-ऑफ-सेल-पर्सन) बनें।
इंश्योरेंस एजेंट एग्ज़ाम के लिए अधिक जानें ।