हाल के दिनों में डेंगू की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। एक रिपोर्ट जिसका शीर्षक “द ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन एंड बर्डन ऑफ़ डेंगू” के अनुसार, हर साल वैश्विक स्तर पर डेंगू के लगभग 390 मिलियन मामलों का अनुमान लगाया गया था और इनमें से 96 मिलियन मामलों में गंभीर इन्फेक्शन दिखाई दिए, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। (स्रोत: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/dengue-and-severe-dengue)। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए इन संख्याओं के और तेज़ी बढ़ने की उम्मीद है जो बड़े आराम से मच्छरों की पैदावार को बढ़ावा देती है।
भारत में भी, डेंगू एक आम बीमारी बनती जा रही है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं (क्रिटिकल इलनेस) का कारण बनती है। मानसून के मौसम में, डेंगू होने की संभावना और भी बढ़ गई है, ऐसे में डेंगू की घटनाओं को कवर करने वाली इंश्योरेंस पॉलिसी की ज़रूरत बढ़ जाती है।
इन्डेम्नटी हेल्थ प्लान में डेंगू कवरेज
डेंगू के कारण अस्पताल में भर्ती होने के मामले में, एक जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आमतौर पर उपचार की खर्च को कवर करती है। लेकिन बीमारी के कारण होने वाला आउट पेशेंट खर्च (अस्पताल में बिना भर्ती हुए इलाज का खर्च) के बारे में क्या जो काफी अधिक हैं?
जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज़ डेंगू के इलाज में होने वाली हाई आउट पेशेंट खर्च (अस्पताल में बिना भर्ती हुए इलाज के भारी खर्च) के लिए कवरेज प्रदान नहीं कर सकती हैं। ओपीडी कवरेज सभी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज़ में उपलब्ध नहीं है। यह कुछ पॉलिसीज़ में उपलब्ध है मगर वहाँ भी कवरेज की सीमा सीमित हो सकती है। चूंकि अधिकांश डेंगू के मामलों में उपचार ज़्यादातर आउट पेशेंट खर्चो में होता है, इसलिए इन्डेम्नटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज़ डेंगू के लिए पर्याप्त कवर प्रदान करने में कम हो सकती हैं।
डेंगू स्पेशल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी
डेंगू-स्पेशल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी बाजार में उपलब्ध है जो डेंगू जैसी गंभीर बीमारी को कवर करती है। इस पॉलिसी में डेंगू के इलाज में होने वाले खर्च के साथ-साथ (इन पेशेंट एवं आउट पेशेंट) दोनों प्रकार मरीजों को भी शामिल किया गया है। पॉलिसी के लाभ इस प्रकार हैं –
फायदें
- डायग्नोस्टिक्स, जांच, डॉक्टरी सलाह का खर्च, दवाइयों आदि पर होने वाले बाहरी खर्च को कवर किया जाता है
- हर उम्र के पॉलिसी होल्डर के लिए प्रीमियम की दर फ्लैट है। यह कम और बहुत सस्ती है
- प्री-रिक्वेस्ट मेडिकल चेकअप की आवश्यकता नहीं है और पॉलिसी आसानी से उपलब्ध है
- कवरेज शुरू होने से पहले केवल 15 दिनों की प्रतीक्षा अवधि लागू होती है
पॉलिसी का एकमात्र नुकसान यह है कि यह डेंगू को छोड़कर यह किसी अन्य बीमारी या चोट आदि के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर कोई लाभ नहीं देती है। यह कमी पॉलिसी के विरुद्ध काम करती है। यदि इंश्योर्ड व्यक्ति डेंगू से पीड़ित नहीं है, तो पॉलिसी बिल्कुल भी काम नहीं आएगी।
क्रिटिकल इलनेस बनाम डेंगू हेल्थ पॉलिसी
इन्डेम्नटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज़ के अलावा, डेंगू स्पेशल पॉलिसीज़ की तुलना क्रिटिकल इलनेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज़ के साथ भी की जाती है। चूंकि कुछ मामलों में डेंगू गंभीर हो सकता है और जानलेवा भी साबित हो सकता है, इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि डेंगू क्रिटिकल इलनेस पॉलिसीज़ में शामिल होगा जो डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को एकमुश्त लाभ देगा। हालांकि यह मामला नहीं है। गंभीर बीमारी की पॉलिसी कई गंभीर बीमारियों और उपचारों को कवर करती हैं लेकिन डेंगू को नहीं। इसलिए, ये पॉलिसी डेंगू से बचाने के लिए डेंगू स्पेशल पॉलिसीज़ को लेने के बारे में एक सही निर्णय हो सकता है।
आदर्श संबंध
इस बहस के बीच कि हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी सबसे फायदेमंद है, मगर एक बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मेडिकल एमरजेंसी की स्थिति कहीं से भी नुकसान कर सकती है और इसलिए पूर्ण सुरक्षा आवश्यक है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, एक क्रिटिकल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ एक काम्प्रिहेन्सिव इन्डेम्नटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का होना सबसे अच्छा उपाय है। इन्डेम्नटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में सभी संभावित प्रकार की मेडिकल एमरजेंसी स्थितियों से बचाव के लिए सबसे बढ़िया इंश्योरेंस अमाउंट के साथ सभी आवश्यक कवरेज लाभ होने चाहिए। दूसरी ओर, एक क्रिटिकल हेल्थ इंश्योरेंस, गंभीर बीमारियों और सर्जरी के मामले में अलग से पैसों की सहायता प्रदान करेगी और पूरा कवरेज साबित होगी।
जहां तक डेंगू का सवाल है, डेंगू के कारण अस्पताल में भर्ती किसी जनरल इन्डेम्नटी हेल्थ पॉलिसी के तहत कवर किया जाएगा। आउट पेशेंट डेंगू संबंधित खर्चों को कवर करने के लिए, ओपीडी कवरेज लाभ वाली पॉलिसी को चुना जा सकता है। जब पॉलिसी में ओपीडी कवर होता है, तो इंश्योर्ड व्यक्ति को एक निश्चित सीमा तक डेंगू पर होने वाले आउट पेशेंट खर्च के लिए कवरेज मिलेगा।
इसलिए, डेंगू स्पेशल हेल्थ पॉलिसी का चयन कभी भी सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए। आपके ग्राहक को पहले एक काम्प्रिहेन्सिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और एक स्पेशल हेल्थ पॉलिसी के बारे में को शिक्षित करें और फिर यदि दूसरा रास्ता नहीं है तो एक डेंगू पॉलिसी चुनने को कहें। डेंगू पॉलिसी का प्रीमियम कम से कम होता है और इसे हेल्थ इंश्योरेंस क्रिटिकल इलनेस पॉलिसीज़ के अलावा खरीदा जा सकता है लेकिन उनकी जगह नहीं।